6 महीने में सरकारी बैंकों ने वसूले 60 हजार करोड़ के बैड लोन, बनाया रिकॉर्ड।

आज कल मीडिया:

टीम:- भारत आजकल न्यूज

नई दिल्ली. सरकारी बैंकों को बैड लोन्स के मोर्चे पर बड़ी सफलता मिली है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अप्रैल-सितंबर, 2018 यानी छह महीने के दौरान सरकारी बैंकों को 60,730 करोड़ रुपए के बकाया बैड लोन्स की रिकवरी करने में कामयाबी मिली है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

वित्त मंत्रालय इसके लिए लगातार प्रयासरत हैं कि अधिक से अधिक बैड लोन्स की वसूली हो सके।

 

बैंकों ने मार्केट से जुटाए 24400 करोड़ रुपए

वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा कि सरकार वित्तीय नतीजों पर विचार करने के लिए 5 बैंकों को आरबीआई के प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन प्लान से बाहर आने के लिए फंड उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान बैंकों को मार्केट से 24400 करोड़ रुपए जुटाने में कामयाबी मिली है। 

जो कि एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है।

 

सरकारी बैंकों में 83 हजार करोड़ रु लगाएगी सरकार

इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष के दौरान अगले कुछ महीनों में पब्लिक सेक्टर के बैंकों में 83 हजार करोड़ रुपए का फंड इनफ्यूजन करेगी। इससे चालू वित्त वर्ष के दौरान बैंकों का कुल रिकैपिटलाइजेशन 65 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 1.06 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा। 

 

बढ़ेगी बैंकों की लेंडिंग क्षमता

जेटली ने रिपोर्टर्स से बातचीत में कहा कि इससे सरकारी बैंकों की लेंडिंग की क्षमता में इजाफा होगा और उन्हें आरबीआई की प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA) से बाहर आने में मदद मिलेगी। जेटली ने कहा कि सरकारी बैंकों में नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स की पहचान का काम पूरा हो गया है और बैड लोन्स की मात्रा में कमी दिखनी शुरू हो गई है।